ভগন্দর রোগের লক্ষণ, চিকিৎস-भगन्दर लक्षण, उपचार।
ভগন্দর রোগের লক্ষণ ও চিকিৎসা:-
লক্ষণ(Lakshan):-
এই রোগে মলদ্ধারের চারধারে ক্ষত হয়। এই ক্ষত সহজে শুকায় না। এজন্য প্রায়ই নালী বা শোথ হয়। প্রথমে মলদ্ধারের পাশে একটি গোটা বা ফুস্কুরি মতো হয়। সামান্য চুলকায়। কয়েকদিন পর ব্যথা, ফোলা দেখা দেয় এবং আক্রান্ত স্থান পেকে যায় ও পুজ জন্মায়। অসহ্য যন্ত্রণার সৃষ্টি হয়।
চিকিৎসা(Upachaar):-
আক্রান্ত স্থান নিমপাতা সিদ্ধ জল দিয়ে ধুয়ে ফেললে যন্ত্রণার উপশম হয়। এই রোগের চিকিৎসকের পরামর্শ নিন।
খাদ্য-খাবার(Bhojan):-
পুষ্টিকর খাদ্য খাওয়া উচিত। মাছ, মাংস এবং সর্বপ্রকার রিচ মশলা খাওয়া ক্ষতিকর।
-: Hindi :-
भगन्दर रोग के लक्षण और उपचार:-
लक्षण (Lakshan):-
यह रोग गुदा के आसपास घावों का कारण बनता है। ये घाव आसानी से सूखते नहीं हैं। सबसे पहले यह गुदा के किनारे पर एक दाने की तरह होता है।थोड़ी खुजली। कुछ दिनों के बाद, सूजन होती है और प्रभावित क्षेत्र परिपक्व होता है और मवाद बढ़ता है। असहनीय दर्द होता है।
चिकित्सा (उपाचार):-
नीम की पत्तियों के उबले हुए पानी से प्रभावित जगह को धोने से दर्द से राहत मिलती है।इस बीमारी के लिए एक चिकित्सक से परामर्श करें।
भोजन:-
पौष्टिक आहार खाना चाहिए। मछली, मांस और सभी प्रकार के समृद्ध मसालों का सेवन हानिकारक है।☆I recommend Aarogya Setu app to fight against COVID19. Please download and share it using this link Android:
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